Monday, September 15, 2008

कोहराम


अचानक मच गई चीख पुकार,
अचानक तेज धमाके के बाद,
चारों तरफ मच गया हाहाकार,
ढूंढ रहा अपनों को कोई,
तो कोई खो चुका था संसार,
चैनलों ने जब आई खबर,
घरों में मच गया कोहराम,
फिर मिला नेताओं को मुद्दा,
आतंक पर लगेगा विराम,
जनता फिर टकटकी लगाए,
देख रही है वो उनका प्रोगाम,
आखिर कब तक बहेगा रक्त,
कब लगेगा बमों पर विराम,
अहमदाबाद ओर बंगलुरू के,
बाद दिल्ली का आया नाम,

1 comment:

Anonymous said...

sahi likha aap ne